Uttama (Theory)

Paper Code: 
KDN 331
Credits: 
2
Max. Marks: 
100.00
Unit I: 
अभिनय दर्पण के अनुसार ग्रीवा-भेद (इनका कथक नृत्य में उपयोग)।
 
पारिभाषिक शब्दः हाव-भाव, कसक-मसक, कटाक्ष, अंदाज, थाट।
 
Unit II: 
अभिनय दर्पण के अनुसार शिरो-भेद (इनका कथक नृत्य में उपयोग)।
 
संयुक्त हस्त मुद्राएं - अंजली, कपोत, कर्कट, स्वास्तिक, डोला, पुष्प पुट, उत्संग, शिवलिंग, कटक वर्धन,
कर्त्तरी स्वास्तिक, शकट, शंख, चक्र, सम्पुट, पाश, कीलक, मत्सय, कूर्म, वराह, गरूड़, नागबन्ध,
खट्वा, भेरूदण्ड।
 
Unit III: 

जीवनी एवं योगदान : पं. कुंदनलालजी, श्रीमती रोहिणी भाटे, सितारा देवी 

Unit IV: 
संक्षिप्त परिचय-ताण्डव, लास्य, नटवरी, प्रमेलू, द्रुत, मध्य, विलम्बित, नगमा।
 
सीखे गये बोलों को लिपिबद्ध करने का अभ्यास।
Unit V: 
निर्धारित तालों को ठाह, दुगुन, चौगुन को लिपिबद्ध करने का अभ्यास।
 
ठेका - एकताल, चौताल, त्रीवा, सवारी (15 मात्रा), शिखर (17 मात्रा)।
 
नवरस, नायक-नायिका भेद का संक्षिप्त परिचय।
 
References: 
कथक नृत्य शिक्षा-पुरू दाधीच भाग-2
 
कथक प्रवेशिका-तीरथ राम आजाद
 
भारत के शास्त्रीय नृत्य-छाया भटनागर
 
कथक परंपरा-डॉ. प्रेम दवे (पंचशील प्रकाशन)
 
कथक प्रसंग-रश्मि वाजपेयी
 
अंग काव्य - पं. बिरजू महाराज
 
गजुंन  - पं. बिरजू महाराज
Academic Year: